“फाइनेंस क्या है? और क्यों जरूरी है?” ✅ स्क्रिप्ट: नमस्कार दोस्तों! आज हम बात करेंगे फाइनेंस यानी वित्त के बारे में। फाइनेंस एक ऐसा शब्द है जो हमारी जिंदगी के हर हिस्से में मौजूद है – चाहे घर का बजट बनाना हो, बिज़नेस चलाना हो या सरकार का कामकाज। तो आइए आसान भाषा में समझते हैं। 📌 फाइनेंस क्या है? फाइनेंस का मतलब है पैसे का प्रबंधन – यानी पैसे को कमाना, खर्च करना, बचाना और निवेश करना। सीधे शब्दों में कहें तो फाइनेंस हमें यह सिखाता है कि हमारे पास जो पैसे हैं, उन्हें कैसे समझदारी से इस्तेमाल करें। 📌 फाइनेंस के मुख्य हिस्से 1️⃣ पर्सनल फाइनेंस – यानी आपके अपने पैसे। घर का बजट बनाना सेविंग्स अकाउंट इंश्योरेंस रिटायरमेंट की प्लानिंग 2️⃣ कॉर्पोरेट फाइनेंस – कंपनियों का पैसा। बिज़नेस में निवेश प्रॉफिट बढ़ाना लागत कम करना 3️⃣ पब्लिक फाइनेंस – सरकार का पैसा। टैक्स इकट्ठा करना विकास कार्यों में खर्च करना 📌 फाइनेंस क्यों जरूरी है? ✅ भविष्य सुरक्षित करने के लिए ✅ सपनों को पूरा करने के लिए ✅...
दोस्तों, आज की वीडियो में हम बात करने वाले हैं एक बहुत ही जरूरी अपडेट के बारे में। अगर आप YouTuber हैं, तो आपके लिए 15 जुलाई के बाद बड़ी दिक्कत आ सकती है। दरअसल, YouTube अपनी पॉलिसी में बड़ा बदलाव कर रहा है। 15 जुलाई के बाद कुछ नए नियम लागू होंगे। अगर आपने इनका ध्यान नहीं रखा, तो आपके चैनल पर demonetization, copyright strikes या video removal तक हो सकता है। खासकर जिन चैनलों पर reuse content, copyright music, या misleading thumbnails होते हैं, उन पर YouTube सख्त एक्शन लेगा। इसके अलावा, Ad revenue sharing policy में भी बदलाव आएगा।
भारत बंद का असर बिहार से लेकर केरल तक 25 करोड़ से अधिक कर्मचारियों की हड़ताल का असर देखा गया, कई बंद रास्ते, ट्रेन रोकी गई और सार्वजनिक सेवाएं प्रभावित हुईं | भाषा विवाद — हिंदी vs मराठी महाराष्ट्र में BJP सांसद निशिकांत दुबे के हिंदी‑मराठी विवादित बयान के बाद शिवसेना, NCP समेत कई पार्टियों ने तीखी प्रतिक्रिया दी। NCP ने उनकी तस्वीर पर जूते फेंककर “जूते मारो आंदोलन” शुरू किया| राज ठाकरे की प्रतिक्रिया राज ठाकरे ने अपने MNS नेताओं को मीडिया से दूर रहने को कहा ताकि विवाद को नियंत्रित किया जा सके । R Madhavan का बचाव फिल्म ‘Rehnaa Hai Tere Dil Mein’ पर चल रही “टॉक्सिक मस्कुलिनिटी” की लड़ाई में R. माधवन ने कहा कि बॉलीवुड में यही सामान्य फिल्मी परंपरा रही है और इसे समय‑संदर्भ में समझना चाहिए| Varshavasa 2025 शुरू 10 जुलाई से बौद्ध धर्म का वर्षावास शुरू हो रहा है, जिसमें तीन महीने तक भिक्षु एक ही जगह ध्यान और अध्ययन करते हैं |
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